शिक्षा

शिक्षा, समाज की एक पीढ़ी द्वारा अपने से निचली पीढ़ी को अपने ज्ञान के हस्तांतरण का प्रयास है। इस विचार से शिक्षा एक संस्था के रूप में काम करती है, जो व्यक्ति विशेष को समाज से जोड़ने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती है तथा समाज की संस्कृति की निरंतरता को बनाए रखती है।

मनुष्य की अन्तर्निहित पूर्णता को अभिव्यक्त करना ही शिक्षा है। (स्वामी विवेकानन्द)

प्राचीन भारत में जिस शिक्षा व्यवस्था का निर्माण किया गया था वह समकालीन विश्व की शिक्षा व्यवस्था से समुन्नत व उत्कृष्ट थी लेकिन कालान्तर में भारतीय शिक्षा का व्यवस्था ह्रास हुआ। विदेशियों ने यहाँ की शिक्षा व्यवस्था को उस अनुपात में विकसित नहीं किया, जिस अनुपात में होना चाहिये था।

मनुष्य का मुख्य मोलिक अधिकार शिक्षा हैं |  वर्तमान में भारत देश में शिक्षा व्यवस्था बहुत असमान हैं | अमीरों के तो बहुत आसान हैं किन्तु गरीबो के लिए बहुत ही मुश्किल हैं | सर्व शिक्षा अभियान के अंतर्गत सभी को शिक्षा का अधिकार हैं किन्तु निजी स्कूल इस कानून की अवहेलना करते दिखाई देते हैं | हमारी पार्टी सभी वर्गों के बच्चो को सामान शिक्षा की वकालत करती है | शिक्षा व्यवस्था में फैले भ्रष्टाचार का पुरजोर विरोध करती हैं |

आधे से ज्यादा देश में बच्चे उच्च शिक्षा ग्रहण नहीं कर पाते हैं, भारत पीपल्स सेना पार्टी इस दिशा में कार्य कर रही है, तथा हर तबके के बच्चो को उच्च शिक्षा दिलाने के लिए कार्य कर रही हैं |